किसी के जीवन मे अंधेरी रात न रहे, है पूरन परमात्मा
कुकड़ेश्वर - किसी के दुःख में अगर हमे दुःख नही होता है, किसी की खुशी में हमे खुशी नही होती है तो, हमारे अंदर ईश्वर के प्रति सच्ची भक्ति नही है। जीवन मे अगर केवल सुखों को भोगते ही रहे तो, जीवन मे रस नही रहेगा। उक्त बात कुकड़ेश्वर पटवा मांगलिक भवन में आयोजित दो दिवसीय हरि हर गौ प्रेम कथा के प्रथम दिवस में कथा व्यासपीठ से पंडित राकेश जी पुरोहित (चित्तौड़गढ़) ने बताते हुए कहा कि जगत जननी, पूज्य, सर्वेश्वरी, तीर्थमयी, आरोग्यमयी गौमाता है।जिसने मनुष्य ही नही वरण देवता व भगवान गोविंद को प्रदान किया है। गौमाता का घर आंगन में होना ही, हमारे जीवन से दुःखो का निवारण है। गौ सेवा ही प्रभु सेवा है।
कुकड़ेश्वर नगर में प्रथम बार अरावली गौ शाला व गौ भक्तों द्वारा नगर सहित क्षेत्रवासियों के सहयोग से आयोजित दो दिवसीय हरि हर गौ प्रेम कथा दिनांक 26 व 27 जुलाई को दोपहर 12 बजे से सांय 4 बजे तक प्रसारित हो रही है। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के प्रशासनिक अधिकारी व संत, पंडित राकेश जी पुरोहित द्वारा देशभर में लगभग 200 से अधिक निःशुल्क कथाएं की जा चुकी है। कुकड़ेश्वर में 26 जुलाई को सुबह 10 बजे पंडित राकेश जी पुरोहित का आगमन हुआ। उंन्होने गौभक्तो के साथ नगर के राजाधिराज भगवान श्री सहस्त्र मुखेश्वर महादेव के दर्शन करते हुए, कथा स्थल पर पहुंचे।
गौ सेवा हेतु समर्पित व अरावली गौशाला के निःस्वार्थ भाव से तन मन व धन से सहयोग करने वाले गौभक्त सोनू शास्त्री जिन्होंने गौशाला में लगभग 2 लाख 51 हजार रु का सहयोग पूर्व में किया व 21 हजार रु का सहयोग कथा स्थल पर किया। इतनी बड़ी गौ भक्ति से प्रभावित होकर पंडित राकेश जी पुरोहित ने सोनू शास्त्री को गले लगाते हुए गुलाब के फूलों की पुष्पवर्षा कर सम्मान किया। वंही अरावली गौ शाला में 21 हजार रु सहयोग करने वाले दिनेश बैरागी, कैलाश राठौर, जुगलकिशोर व्यास, सुंदर लक्ष्मी मेमोरियल ट्रस्ट तलाऊ, लक्ष्मी पुरुषोत्तम सुतार भीलवाड़ा व 11 हजार का सहयोग करने वाले राधेश्याम डांगी (थाना प्रभारी - पुलिस थाना रामपूरा), 5 हजार का सहयोग करने वाले धर्मेंद्र चंदेल फुलपुरा व 3 हजार 500 रु का सहयोग करने वाले तेजमल गुर्जर का व्यासपीठ से दुपट्टा व पुष्पमाला पहनाकर सम्मान किया गया।
27 जुलाई को सुबह 8 बजे पंडित राकेश जी पुरोहित व गौ भक्तों द्वारा अरावली गौशाला में पहुंचकर, गौमाता के दर्शन करते हुए, गौशाला में गौमाता पूजन किया जाएगा। ततपश्चात 27 जुलाई को दिवसिय व अंतिम दिवस की गौकथा दोपहर 12 बजे से प्रारम्भ होगी।
गौभक्तो व गौ सेवको ने समस्त जन से अपील की है कि आप गौ प्रेम कथा में सपरिवार पधारकर, धर्मलाभ ले।